बसंत पंचमी 2025 (Basant Panchami 2025) कब है?
बसंत पंचमी 2025 का पर्व 2 फरवरी को मनाया जाएगा। यह दिन मां सरस्वती की पूजा के लिए अत्यंत शुभकारी माना जाता है। बसंत पंचमी हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व ज्ञान, कला और वाणी की देवी माता सरस्वती को समर्पित होता है। इस दिन विशेष रूप से उनकी पूजा-अर्चना और दान-पुण्य करने का विधान है।
तो बसंत पंचमी का शुभ मुर्हुत कब का है, बसंत पंचमी का महत्व क्या है, इसके अलावा बसंत पंचमी के दिन क्या करें और क्या ना करें आइए इन सभी सवालों के जवाब जानते है।
बसंत पंचमी 2025 (Basant Panchami 2025) का शुभ मुहूर्त
- पूजा का समय: सुबह 07:12 AM से दोपहर 12:35 PM तक
- पंचमी तिथि आरंभ: 1 फरवरी 2025, रात्रि 02:35 AM
- पंचमी तिथि समाप्त: 2 फरवरी 2025, रात 04:25 AM
बसंत पंचमी का महत्व (Basant Panchami Significance)
बसंत पंचमी वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है और इसे ज्ञान, विद्या और संगीत की देवी मां सरस्वती की आराधना के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पीले वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है क्योंकि यह रंग बसंत ऋतु और समृद्धि का प्रतीक है। बसंत पंचमी के 40 दिन बाद होली का पर्व आता है, इसलिए इसे होली की शुरुआत का प्रतीक भी माना जाता है।
बसंत पंचमी पर क्या करें?
- मां सरस्वती की पूजा करें – बसंत पंचमी मां सरस्वती की विशेष कृपा पाने के लिए उन्हें पीले फूल, हलवा और मीठा भोग अर्पित करें।
- विद्यार्थियों को विशेष रूप से पाठ्य सामग्री का पूजन करना चाहिए – इस दिन पुस्तकों, कलम और वाद्ययंत्रों का पूजन करने से बुद्धि और ज्ञान की वृद्धि होती है।
- पीले रंग के कपड़े पहनें – पीला रंग समृद्धि और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में जिंदगी में सकारात्मकता बढ़ाने के लिए बसंत पंचमी के दिन सभी को पीले रंग के कपड़े ही पहनने चाहिए।
- बच्चों को शिक्षा से जुड़ी चीजें दान करें – चूंकि बसंत पंचमी का दिन शिक्षा से संबंध रखता है ऐसे में इस दिन गरीब और जरूरतमंद बच्चों को किताबें, कॉपी और पेन दान करना अत्यंत शुभ होता है।
- सरस्वती वंदना और मंत्रों का जाप करें – इस दिन “ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः” मंत्र का जाप करना अत्यंत फलदायी होता है। खासकर जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता या जिनका फोकस नहीं बढ़ता, उन्हें इस मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए।
बसंत पंचमी पर क्या न करें?
- बसंत पंचमी के दिन अशुद्धता और अपवित्रता से बचें, खासकर स्नान के बिना पूजा में शामिल न हों।
- काले और गहरे रंगों के कपड़े बसंत पंचमी के दिन भूलकर भी ना पहनें। इस दिन पीला रंग पहनना शुभ माना जाता है, जबकि काले रंग को अशुभ माना जाता है।
- बसंत पंचमी 2025 पर केवल अच्छे विचार और सकारात्मकता बनाए रखें। बल्कि, क्रोध और बुरे विचारों से बचें।
- शराब और मांसाहार का सेवन न करें – यह दिन शुद्धता और भक्ति का प्रतीक है।
छात्रों के लिए क्यों खास है बसंत पंचमी?
- मां सरस्वती की कृपा प्राप्त होती है – इस दिन किए गए पाठ्य सामग्री के पूजन से विद्या और बुद्धि में वृद्धि होती है।
- नया ज्ञान प्राप्त करने का शुभ अवसर – इस दिन शिक्षा से जुड़ी नई शुरुआत करना शुभ माना जाता है।
- विद्यार्थियों के लिए परीक्षा की तैयारी में सफलता दिलाने वाला दिन – जो छात्र परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए यह दिन विशेष लाभकारी होता है।
बसंत पंचमी एक महत्वपूर्ण पर्व है, विशेष रूप से छात्रों और विद्या अर्जन करने वालों के लिए। ऐसे में पढ़ाई में अच्छे परिणाम पाने के लिए इस दिन मां सरस्वती की पूजा, नियमों का पालन और दान-पुण्य करना चाहिए।