Diwali 2023 : लक्ष्मी पूजन शुभ मुहूर्त और महत्वपूर्ण संयोग2023

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दीपावली (Diwali )  2023:  दीपावली प्रत्येक वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या को मनायी जाती है ।
इस वर्ष दीपावली अमावश्या तिथि 12 नवम्बर 2023 दिन रविवार शुभ संवत् 2080 शाके 1945 कार्तिक कृष्ण को बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ विश्वभर में दीपावली मनायी जायेगी।

दीपावली के अवसर पर शुभकामनाएँ! नीचे दी गई जानकारी का संक्षेप:

तिथि और समय:
  • तिथि: कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या, 12 नवम्बर 2023
  • प्रारंभ: 12 नवम्बर 2023, दिन में 2:12 बजे
  • समाप्त: 13 नवम्बर 2023, सोमवार, दोपहर 2:41 बजे
महत्वपूर्ण संयोग:
  • अमावस्या रात को स्वाती नक्षत्र और सौभाग्य योग बना रहेगा.
  • दीपावली की पूजा के लिए प्रदोष काल भी उत्तम समय है.
महानिशीथ काल:
  • महानिशीथ काल मध्यरात्रि 11:30 से 12:25 बजे के बीच है.
  • शुभ चौघड़िया के साथ मध्य रात में 11:14 से 12:00 बजे तक है, जो तांत्रिक पूजा के लिए उपयुक्त है.
सुझाव:
  • दीपावली पूजा स्थल को रात भर खाली न छोड़ें, ताकि दीपकों में जलने के लिए घी या तेल की निरंतर आपूर्ति हो सके.
  • आपके लिए धूमधाम और हर्षोल्लास से भरा दीपावली का आयोजन करें.

दीपावली, जिसे आमतौर पर दीवाली भी कहा जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप में एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार है। यह हिन्दू कैलेंडर के कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है, जो अक्टूबर और नवम्बर के बीच होता है। यह त्योहार ब्रह्मा की पूजा, गणेश जी की पूजा, लक्ष्मी पूजा और अनेक धार्मिक और सामाजिक अर्थों के साथ मनाया जाता है। यहां दी गई हिंदी में जानकारी में इस त्योहार के मुख्य पहलुओं को समाहित किया गया है:

दीपावली का इतिहास:
  • पौराणिक कथा: अनेक पौराणिक कथाएं हैं जो दीपावली के उत्पत्ति को बताती हैं। सबसे प्रमुख कथा में कहा जाता है कि इस दिन भगवान राम अयोध्या लौटे थे, और उनके आगमन को स्वागत के लिए लोगों ने दीपों से जगह-जगह रौंगत भरी थी।
मुख्य रूप से मनाए जाने वाले अंग:
  1. धनतेरस: दीपावली के पहले दिन को धनतेरस कहा जाता है, जिसे धन और समृद्धि का आशीर्वाद मिलने के लिए मनाया जाता है।
  2. नरक चतुर्दशी (चोटी दीपावली): दूसरे दिन को नरक चतुर्दशी कहा जाता है, जिसे नरकासुर के वध के लिए मनाया जाता है।
  3. दीपावली (मुख्य दीपावली): तीसरे दिन को मुख्य दीपावली कहा जाता है, जिसमें लोग अपने घरों को दीपों से सजाते हैं, लक्ष्मी पूजा करते हैं और आपसी मिलन-संबंध को मजबूत करने का उत्साह दिखाते हैं।
आधुनिक रूप:
  • दीपों का सजाना: लोग अपने घरों को दीपों से सजाते हैं, जिससे एक रौंगती भरी और प्रसन्नता से भरी आत्मास्फीर होती है।
  • पटाखों का उपयोग: दीपावली पर पटाखों का उपयोग भी किया जाता है, लेकिन इसमें पर्यावरण के प्रति सजगता बनी रखने के लिए सावधानी बरतना चाहिए।

धार्मिक महत्व:

  • लक्ष्मी पूजा: दीपावली के दिन लक्ष्मी माता की पूजा का विशेष महत्व है, जो धन और समृद्धि की देवी हैं।
  • राम-लीला: अनेक स्थानों पर राम-लीला का आयोजन किया जाता है, जिसमें भगवान राम के जीवन के महत्वपूर्ण किस्से दिखाए जाते हैं।

दीपावली एक ऐसा त्योहार है जो सभी वर्गों, जातियों और धर्मों के लोगों को एक साथ लाता है और सजगता, धरोहर, और धर्मिकता का संदेश देता है।

आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!

 

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